लखनऊ[टुडे टीवी इंडिया नेटवर्क]। उत्तर प्रदेश में पछुआ हवाओं और घने कोहरे ने ठंड का कहर बढ़ा दिया है, जिसके कारण प्रदेश भर में 12 लोगों की मौत हो गई है। मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले दिनों में भीषण ठंड और बूंदाबांदी की संभावना जताई जा रही है। यह ठंड न केवल इंसानों के लिए परेशानी का कारण बनी है, बल्कि बेजुबान जानवरों के लिए भी मुसीबत बन गई है।
ठंड और कोहरे से सड़क हादसों में इजाफा
प्रदेश में कई जिलों में घना कोहरा छाया हुआ है, जिससे विजिबिलिटी शून्य हो गई है और सड़क हादसों की संख्या बढ़ गई है। इटावा जनपद प्रदेश का सबसे ठंडा इलाका रहा, जहां तापमान लगातार गिर रहा है। कोहरे के कारण लोग दिन में भी अपनी गाड़ियों की लाइट जलाकर सड़क पर चलने को मजबूर हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है।
ठंड से 12 लोगों की मौत
ठंड के कारण अब तक प्रदेश में 12 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें से छह मौतें हमीरपुर जिले में, एक-एक भदोही, बरेली और महोबा में, और तीन मौतें प्रयागराज जिले में हुई हैं। ठंड लगने से होने वाली इन मौतों ने लोगों को ठंड के खतरों के प्रति जागरूक किया है।
पशुओं पर भी असर
यह ठंड इंसानों के साथ-साथ बेजुबान जानवरों पर भी कहर बरपा रही है। सड़कों पर घूम रहे मवेशी और अन्य जानवरों को भी ठंड से बचने के उपायों की तलाश करनी पड़ रही है। इस समय ठंड के कारण प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में तापमान सामान्य से काफी नीचे गिर चुका है, जिससे लोग और जानवर दोनों ही प्रभावित हो रहे हैं।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने आगामी दिनों में और भी ठंड और बूंदाबांदी की संभावना जताई है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आज बूंदाबांदी की संभावना है, और उत्तर प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी ठंड की स्थिति में और अधिक कड़ाई आने की आशंका है। लोग मौसम के इस बदलाव से बचने के लिए ज्यादा सतर्क हो गए हैं और ठंड से बचने के उपायों पर ध्यान दे रहे हैं।