
सीएम योगी आदित्यनाथ प्रयागराज दौरे पर फाइल फोटो
प्रयागराज[टुडे टीवी इंडिया नेटवर्क]। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को एक बार फिर प्रयागराज का दौरा करेंगे, जहां वे महाकुंभ 2025 की तैयारियों का जायजा लेंगे और साथ ही नैनी में बायो सीएनजी प्लांट का उद्घाटन करेंगे। इस महत्वपूर्ण दौरे के दौरान सीएम योगी महाकुंभ के आयोजन से संबंधित प्रगति की समीक्षा करेंगे और शहर के पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक अहम कदम उठाएंगे।
महाकुंभ 2025 के लिए तैयारियां
प्रयागराज में हर 12 साल में महाकुंभ का आयोजन होता है, जो दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक मेला माना जाता है। इस साल 2025 में होने वाले महाकुंभ के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार समीक्षा बैठकें कर रहे हैं ताकि आयोजन में कोई कमी न रहे। सीएम योगी संगम ऐरावत घाट, संगम नोज घाट, और गंगा सेतु के समानांतर बने स्टील ब्रिज का निरीक्षण करेंगे, जो महाकुंभ के दौरान लाखों तीर्थयात्रियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होंगे।
मुख्यमंत्री का यह दौरा महाकुंभ की तैयारियों को तेज़ी से पूरा करने के लिए है, ताकि समय पर सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हो सकें। वे प्रयागराज मेला प्राधिकरण के आईसीसीसी सभागार में बैठक करेंगे, जहां महाकुंभ के लिए विभिन्न योजनाओं पर चर्चा की जाएगी।
बायो सीएनजी प्लांट का उद्घाटन
सीएम योगी आदित्यनाथ के इस दौरे का एक और महत्वपूर्ण पहलू नैनी में स्थित बायो सीएनजी प्लांट का उद्घाटन है। इस प्लांट की खासियत यह है कि यह प्रतिदिन 209 टन जैविक खाद और 21.5 टन बायो सीएनजी का उत्पादन करेगा। प्रयागराज नगर निगम ने इस प्लांट के लिए 12.49 एकड़ जमीन उपलब्ध कराई है, और इसका संचालन पीपीपी मॉडल के तहत एवर एनवायरो रिसोर्स मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जाएगा।
यह परियोजना पर्यावरण को बेहतर बनाने में मदद करेगी और हर साल 56,700 टन कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन को कम करेगी। इसके अलावा, नगर निगम को इससे लगभग 53 लाख रुपये की सालाना आय होने का अनुमान है। इस प्लांट के माध्यम से घरों, होटलों, मंदिरों और अन्य स्थानों से निकलने वाले गीले कचरे से जैविक खाद और बायो सीएनजी का उत्पादन किया जाएगा, जिससे पर्यावरण संरक्षण में मदद मिलेगी।
प्रयागराज में योगी आदित्यनाथ का दिसंबर में पांचवां दौरा
सीएम योगी आदित्यनाथ का यह दौरा दिसंबर 2024 में प्रयागराज का पांचवां दौरा है। इससे पहले वे 7, 12, 13, और 23 दिसंबर को भी प्रयागराज का दौरा कर चुके हैं। इन दौरों में उन्होंने महाकुंभ की तैयारियों का निरीक्षण किया और कई विकास योजनाओं की समीक्षा की। इस बार उनका ध्यान बायो सीएनजी प्लांट और महाकुंभ के दौरान आवश्यक सुविधाओं के विकास पर केंद्रित है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि 2025 में महाकुंभ का आयोजन और प्रयागराज की विकास योजनाएं पूरी तरह से सफल हों।
बायो सीएनजी प्लांट: एक महत्वपूर्ण पहल
नैनी में स्थित बायो सीएनजी प्लांट प्रयागराज के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह प्लांट न केवल शहर का कचरा प्रबंधन बेहतर करेगा, बल्कि ऊर्जा के क्षेत्र में भी एक नया कदम बढ़ाएगा। इस प्लांट के माध्यम से जैविक कचरे को ऊर्जा में बदलकर पर्यावरण पर दबाव कम किया जा सकेगा। यह परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन और उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिकोण के अनुरूप है।
इसके अलावा, यह प्लांट प्रयागराज में स्वच्छता और हरित ऊर्जा के विकास के लिए एक आदर्श स्थापित करेगा, जिससे अन्य शहरों के लिए भी एक उदाहरण प्रस्तुत होगा। इस पहल से न केवल प्रयागराज का पर्यावरण सुधरेगा, बल्कि यह शहर को स्वच्छता और स्थिरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाएगा।