लखनऊ[टुडे टीवी इंडिया नेटवर्क]। DGP प्रशांत कुमार ने महाकुंभ मेला 2025 की सुरक्षा को लेकर पुलिस अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक की। इस बैठक में महाकुंभ मेला के दौरान होने वाली भीड़भाड़ और सुरक्षा से संबंधित तमाम पहलुओं पर चर्चा की गई। डीजीपी ने अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई करने की दिशा में कई अहम निर्देश दिए हैं।
महाकुंभ मेला, जो अगले साल 2025 में आयोजित होने जा रहा है, एक विशाल धार्मिक आयोजन है जिसमें लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं। ऐसे में पुलिस प्रशासन के लिए यह एक बड़ी चुनौती बन जाती है, खासकर सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करना। डीजीपी प्रशांत कुमार ने इस बैठक के माध्यम से अधिकारियों को सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू करने के लिए निर्देशित किया।
पुलिस को महाकुंभ मेला ड्यूटी के लिए तत्काल रवाना होने का निर्देश
महाकुंभ मेला की सुरक्षा को लेकर डीजीपी ने पुलिस अधिकारियों को कड़ा निर्देश दिया कि वे मेला ड्यूटी के लिए तुरंत रवाना हों। डीजीपी की इस नाराजगी के बाद पुलिस अधिकारियों ने अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। उन्होंने कहा कि अगर कोई अधिकारी या कर्मचारी मेला ड्यूटी में उपस्थित नहीं होता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
महाकुंभ मेला में सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए पुलिस बल का तैनाती समय पर सुनिश्चित करना आवश्यक है। साथ ही, सभी संबंधित अधिकारियों को मेला ड्यूटी में अपने कर्तव्यों के प्रति सजग रहने की सलाह दी गई है।
नेपाल सीमा पर सुरक्षा चेकिंग के निर्देश
डीजीपी प्रशांत कुमार ने बैठक के दौरान नेपाल सीमा पर पुलिस चेकिंग को भी तेज करने का निर्देश दिया। महाकुंभ मेला में भारी संख्या में लोग सम्मिलित होते हैं, जिनमें बाहरी राज्य और विदेशी श्रद्धालु भी शामिल होते हैं। ऐसे में सीमा सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है। डीजीपी ने अधिकारियों से कहा कि वे नेपाल सीमा पर चेकिंग को कड़ा करें, ताकि किसी भी प्रकार की असामाजिक गतिविधियों और घुसपैठ को रोका जा सके।
प्रयागराज और सीमावर्ती जिलों में विशेष निगरानी
महाकुंभ मेला के दौरान प्रयागराज और इसके सीमावर्ती जिलों में विशेष निगरानी रखी जाएगी। डीजीपी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे इन इलाकों में पैदल और वाहन चेकिंग की निगरानी बढ़ा दें, ताकि मेला क्षेत्र में सुरक्षा के कोई भी खामियां न हों। उन्होंने यह भी कहा कि प्रमुख मार्गों पर सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ाई जाए, ताकि कोई असामाजिक तत्व मेला क्षेत्र में प्रवेश न कर सके।
भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर व्यापक चेकिंग
महाकुंभ मेला में सबसे बड़ी चुनौती यह होती है कि बहुत बड़ी संख्या में लोग एक स्थान पर एकत्र होते हैं, जिससे भीड़-भाड़ की स्थिति बनती है। डीजीपी ने इस बात को ध्यान में रखते हुए विशेष रूप से उन स्थानों पर व्यापक चेकिंग करने के निर्देश दिए, जहां भीड़ का आना-जाना अधिक हो सकता है। इन स्थानों में प्रमुख घाट, मंदिर और अन्य धार्मिक स्थल शामिल होंगे। पुलिस अधिकारियों को उन स्थानों पर निगरानी बढ़ाने और सुरक्षा को चाक-चौबंद रखने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
सुरक्षा में तकनीकी सहायता का इस्तेमाल
महाकुंभ मेला के दौरान सुरक्षा के लिए तकनीकी उपाय भी अपनाए जाएंगे। डीजीपी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे कैमरा निगरानी और ड्रोन जैसी आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करें। इसके जरिए भीड़ पर कड़ी निगरानी रखी जा सकेगी और किसी भी आपातकालीन स्थिति में जल्दी प्रतिक्रिया दी जा सकेगी।