दिल्ली[टुडे टीवी इंडिया नेटवर्क]। चीन में कोरोना वायरस के बाद अब HMPV (Human Metapneumovirus) वायरस के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है, और यह अब भारत तक पहुंच चुका है। बेंगलुरु में दो नवजात बच्चों में HMPV वायरस के मामले सामने आए हैं, जिसमें एक बच्ची ठीक हो गई है, जबकि दूसरे बच्चे का इलाज जारी है।
HMPV वायरस क्या है और यह कितना खतरनाक है?
HMPV वायरस एक श्वसन संबंधी वायरस है, जिसे सर्दी और बुखार जैसे लक्षण उत्पन्न करने के लिए जाना जाता है। यह वायरस बच्चों और बुजुर्गों के लिए विशेष रूप से खतरनाक हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जिनकी इम्युनिटी कमजोर है। ऑस्ट्रेलिया के पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट की डॉ. जैकलीन स्टीफंस का कहना है कि इस वायरस से बचने के लिए कोरोना जैसी सावधानियां अपनानी चाहिए, लेकिन यह कोरोना जितना खतरनाक नहीं है।
HMPV वायरस बच्चों को क्यों ज्यादा प्रभावित करता है?
डॉ. जैकलीन स्टीफंस के अनुसार, HMPV वायरस बच्चों को विशेष रूप से प्रभावित करता है, खासकर उन बच्चों को जो खांसी, जुकाम और निमोनिया जैसी समस्याओं से पीड़ित हैं। हालांकि यह वायरस सामान्यतः कॉमन कोल्ड जैसा होता है, लेकिन कमजोर इम्युनिटी वाले बच्चे और बुजुर्ग इससे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं।
चीन और भारत में HMPV वायरस के मामलों में वृद्धि
चीन में HMPV वायरस के मामले बढ़ने के कारण दुनियाभर में इस वायरस को लेकर डर का माहौल बन गया है। भारत में भी इस वायरस के तीन मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से दो बेंगलुरु में पाए गए। भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने हालांकि इस वायरस को लेकर ज्यादा चिंता जताने की आवश्यकता नहीं बताई है और कहा है कि यह वायरस गंभीर नहीं है, लेकिन सतर्कता बरतने की जरूरत है।
HMPV वायरस से बचने के उपाय
HMPV वायरस से बचाव के लिए कुछ सावधानियां जरूरी हैं:
बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
कोविड जैसे उपायों का पालन करना चाहिए, जैसे मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखना।
हाइजीन और हाथ धोने की आदत को बनाए रखना।
बच्चों को टॉफी और खाद्य सामग्री का लालच देकर घर से बाहर ना भेजें, क्योंकि वायरस का संपर्क बढ़ने का खतरा हो सकता है।
भारत सरकार की प्रतिक्रिया
भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने HMPV वायरस के मामलों पर नजर रखने का फैसला लिया है। मंत्रालय का कहना है कि बेंगलुरु में पाए गए दोनों बच्चों के माता-पिता या परिवार के सदस्य विदेश नहीं गए थे, इस कारण इन मामलों में ज्यादा चिंता की बात नहीं है। सरकार के मुताबिक, ICMR और विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ समन्वय में वायरस के मामलों पर ध्यान रखा जा रहा है।
HMPV वायरस हालांकि कोरोना जितना खतरनाक नहीं है, लेकिन यह बच्चों और बुजुर्गों के लिए गंभीर हो सकता है। इस वायरस से संबंधित मामलों की संख्या बढ़ रही है और सरकार इस पर नजर रखे हुए है। विशेषज्ञों का कहना है कि वायरस के लक्षण सामान्य होते हैं, लेकिन इसकी चपेट में आने से बचने के लिए सावधानी बरतना जरूरी है।
HMPV वायरस हालांकि कोरोना जितना खतरनाक नहीं है, लेकिन यह बच्चों और बुजुर्गों के लिए गंभीर हो सकता है। इस वायरस से संबंधित मामलों की संख्या बढ़ रही है और सरकार इस पर नजर रखे हुए है। विशेषज्ञों का कहना है कि वायरस के लक्षण सामान्य होते हैं, लेकिन इसकी चपेट में आने से बचने के लिए सावधानी बरतना जरूरी है।