
लखनऊ के बीटेक छात्रों ने विकसित की कैंसर पहचानने वाली डिवाइस, मुंह के कैंसर की रोकथाम में मददगार
लखनऊ [टुडे टीवी इंडिया नेटवर्क]। मुंह का कैंसर एक ऐसी खतरनाक बीमारी है, जिसका इलाज देर से शुरू होने पर जान का जोखिम बढ़ जाता है। अब लखनऊ के बीटेक छात्रों ने एक नई डिवाइस बनाई है, जो मुंह के कैंसर के खतरे को शुरू होने से पहले ही पहचान सकेगी। इस डिवाइस का उद्देश्य कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी की रोकथाम में मदद करना है, खासकर मुंह के कैंसर के मामले में।
डिवाइस की कार्यप्रणाली और ट्रायल
इस डिवाइस को लखनऊ के एमिटी कॉलेज के बीटेक छात्रों सौरभ कुमार, ईशा सक्शेना, अमान आरिफ और उनके मेंटर्स ने मिलकर विकसित किया है। डिवाइस का मुख्य कार्य रोगी के मुंह की तस्वीर लेकर उसका डेटाबेस तैयार करना है। फिर इसे पुराने डेटाबेस से तुलना किया जाता है, जिससे कैंसर के होने की संभावनाओं का पता चलता है।
आर्मी हॉस्पिटल के साथ ट्रायल
यह डिवाइस फिलहाल आर्मी हॉस्पिटल लखनऊ में ट्रायल के लिए तैयार है, और इस संबंध में अस्पताल ने छात्रों से अनुबंध भी किया है। इसके अलावा, लखनऊ के एसजीपीजीआई अस्पताल ने भी ट्रायल की अनुमति दी है। अगले सात से आठ दिनों में इस डिवाइस का ट्रायल एसजीपीजीआई में शुरू होने की संभावना है।
सस्ती और प्रभावी डिवाइस
यह डिवाइस मात्र छह से सात हजार रुपये में तैयार की गई है। छात्रों का उद्देश्य इसे जल्द से जल्द माउथ कैंसर के मरीजों की जांच के लिए उपयोग में लाना है। उन्हें उम्मीद है कि अगले छह से सात महीनों में यह डिवाइस बाजार में उपलब्ध हो सकेगी।