
महाकुंभ 2025: मौनी अमावस्या पर प्रयागराज में भगदड़, कई श्रद्धालुओं की मौत
प्रयागराज[टुडे टीवी इंडिया नेटवर्क]। महाकुंभ 2025 के दौरान प्रयागराज में मौनी अमावस्या के दिन एक दुखद घटना घटित हुई, जब संगम क्षेत्र में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पवित्र स्नान करने पहुंचे। इस दौरान मची भगदड़ में कई श्रद्धालुओं की जान चली गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरी संवेदना व्यक्त की और हादसे को अत्यंत दुखद करार दिया।
भगदड़ का कारण और घटनास्थल
प्रयागराज के संगम क्षेत्र में बुधवार तड़के मौनी अमावस्या के मौके पर जब तीर्थयात्री पवित्र स्नान के लिए पहुंचे, तब अचानक भगदड़ मच गई। कई श्रद्धालु दबाव में आकर गिर पड़े, जिससे कई लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है, और इसके कारणों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिक्रियाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दुखद हादसे पर गहरी संवेदना व्यक्त की और कहा कि वह उत्तर प्रदेश सरकार के साथ संपर्क में हैं। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना के बाद एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई और स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि घायल श्रद्धालुओं को तत्काल अस्पताल भेजकर उनका इलाज किया गया है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का बयान
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने घटना को विपक्ष की साजिश बताते हुए इसकी जांच की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष ने जानबूझकर ऐसी स्थिति उत्पन्न की, जिससे भगदड़ जैसी घटना घटित हो सकती थी।
महाकुंभ की सुरक्षा व्यवस्था और घायलों की स्थिति
महाकुंभ 2025 के आयोजन में सुरक्षा की दृष्टि से कई उपाय किए गए थे, लेकिन इस घटना के बाद प्रशासन ने सुरक्षा प्रबंधों को और सख्त कर दिया है। मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और संयम बनाए रखें। सुरक्षा बलों और चिकित्सा टीमों को सक्रिय किया गया है ताकि किसी प्रकार की आपातकालीन स्थिति का सामना किया जा सके।
भगदड़ की घटनाओं के बाद सुरक्षा और सावधानियां
मेला अधिकारियों ने भगदड़ की घटना के मद्देनजर सुरक्षा के और कड़े उपाय किए हैं। श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्नान के लिए मार्गदर्शन और सुरक्षा के लिए निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन ने आग्रह किया है कि श्रद्धालु भीड़-भाड़ से बचें और निर्धारित मार्गों का पालन करें।