प्रयागराज[टुडे टीवी इंडिया नेटवर्क]। सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने राज्य सरकार के अपर महाधिवक्ता, प्रवीण कुमार गिरी, को इलाहाबाद उच्च न्यायालय का न्यायाधीश बनाने की सिफारिश की है। यह फैसला एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि इससे उच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की संख्या बढ़ेगी और न्यायिक कार्यवाही में सुधार होगा। प्रवीण कुमार गिरी का नाम न्यायाधीश के रूप में सामने आने से इलाहाबाद उच्च न्यायालय में एक नए दौर की शुरुआत होने की संभावना है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट में न्यायाधीशों की स्थिति
वर्तमान में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में 160 न्यायाधीशों की स्वीकृत संख्या है, लेकिन फिलहाल केवल 80 न्यायाधीश कार्यरत हैं। इसमें से एक न्यायाधीश 6 जनवरी, 2025 को रिटायर हो जाएंगे। इस कारण न्यायाधीशों की कमी बनी हुई है, जिससे न्यायिक कामकाजी प्रक्रिया में देरी हो रही है। प्रवीण कुमार गिरी की नियुक्ति से इस कमी को दूर करने में मदद मिलेगी, जिससे न्यायिक कार्य में गति आएगी।
प्रवीण कुमार गिरी का जीवन और शिक्षा
प्रवीण कुमार गिरी का जन्म 20 जनवरी 1975 को उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के अहरौला थाना क्षेत्र के विशुनपुरा बुआपुर गांव में हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव के जनता इंटर कॉलेज से हुई थी। इसके बाद, उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बीए, एलएलबी और एलएलएम की डिग्री प्राप्त की। उनकी शिक्षा और विधिक क्षेत्र में उनकी विशेषज्ञता ने उन्हें राज्य सरकार के अपर महाधिवक्ता के पद तक पहुंचाया , जहां उन्होंने कई महत्वपूर्ण मामलों में उत्कृष्ट योगदान दिया।
सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम द्वारा सिफारिश
सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम, जो भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त एक शीर्ष निकाय है, ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय में प्रवीण कुमार गिरी को न्यायाधीश बनाए जाने की सिफारिश की है। यह सिफारिश न्यायिक प्रक्रिया की पारदर्शिता और संविधान के तहत नियुक्तियों के आधार पर की गई है। कोलेजियम के निर्णय से यह स्पष्ट होता है कि प्रवीण कुमार गिरी के पास न्यायिक कार्य के लिए पर्याप्त योग्यता और अनुभव है।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय का महत्व
इलाहाबाद उच्च न्यायालय, जिसे ‘लखनऊ बेंच’ और ‘इलाहाबाद बेंच’ के नाम से भी जाना जाता है, उत्तर भारत का प्रमुख न्यायालय है। यह न्यायालय न केवल उत्तर प्रदेश के मामलों का निपटान करता है, बल्कि कई अहम मामलों में न्यायिक निर्णय प्रदान करता है। इस उच्च न्यायालय की स्थिति न्यायिक प्रणाली में महत्वपूर्ण है, और यहां न्यायाधीशों की नियुक्ति को लेकर कोई भी कदम बड़े प्रभाव डालते हैं।
प्रवीण कुमार गिरी की न्यायिक पृष्ठभूमि
प्रवीण कुमार गिरी की विधिक विशेषज्ञता और न्यायिक कार्यों में अनुभव उन्हें इलाहाबाद उच्च न्यायालय का न्यायाधीश बनाए जाने के लिए एक मजबूत उम्मीदवार बनाता है। राज्य सरकार के अपर महाधिवक्ता के रूप में उन्होंने कई जटिल मामलों में सफलता प्राप्त की है और उनका काम न केवल राज्य के लिए बल्कि पूरे न्यायिक तंत्र के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण रहा है।