प्रयागराज[टुडे टीवी इंडिया नेटवर्क]। महाकुंभ नगर में 22 जनवरी 2025 को एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है, जिसका विषय है “राम मंदिर आंदोलन और गोरक्षपीठ”। यह संगोष्ठी मेला क्षेत्र के सेक्टर छह में स्थित नेत्र कुंभ शिविर में होगी, और इसमें इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति शेखर यादव मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित होंगे।
संगोष्ठी के प्रमुख वक्ता
इस संगोष्ठी में विश्व हिंदू परिषद के संरक्षक बड़े दिनेश जी, आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक अशोक बेरी, और इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति शेखर यादव मुख्य वक्ता होंगे। कार्यक्रम संयोजक शशि प्रकाश सिंह के मुताबिक, इस संगोष्ठी का आयोजन अयोध्या में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ के अवसर पर किया जा रहा है।
संगोष्ठी का महत्व
यह संगोष्ठी राम मंदिर आंदोलन और गोरक्षपीठ के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व पर चर्चा करने के लिए आयोजित की जा रही है। संगोष्ठी में राम मंदिर के निर्माण और उसकी सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक भूमिका पर विचार-विमर्श किया जाएगा। इसके साथ ही गोरक्षपीठ की महत्वपूर्ण भूमिका भी इस संगोष्ठी का हिस्सा होगी, जो हिंदू धर्म और संस्कृति से जुड़ी है।
न्यायमूर्ति शेखर यादव की भूमिका
इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति शेखर यादव इस संगोष्ठी में अपने विचार साझा करेंगे। यह संगोष्ठी न्यायमूर्ति यादव के लिए भी एक महत्वपूर्ण अवसर होगा, क्योंकि वे पहले भी अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहे हैं। इससे पहले, उन्होंने मुस्लिम धर्म पर टिप्पणी की थी, जिसके बाद उच्चतम न्यायालय ने उन्हें तलब किया था।
संगोष्ठी का उद्देश्य
इस संगोष्ठी का उद्देश्य राम मंदिर आंदोलन के ऐतिहासिक पहलुओं को समझना और गोरक्षपीठ की भूमिका पर व्यापक विचार-विमर्श करना है। इस अवसर पर देशभर से विभिन्न धार्मिक और सामाजिक संगठनों के सदस्य भी उपस्थित रहेंगे।