
रामनवमी की तैयारी: श्रद्धालुओं पर ड्रोन से बरसेगा सरयू जल, गर्मी से बचाव के भी होंगे इंतजाम फाइल फोटो
अयोध्या[टुडे टीवी इंडिया नेटवर्क]। रामनवमी के पर्व को लेकर जिला प्रशासन ने इस बार विशेष तैयारियां की हैं। श्रीराम जन्मोत्सव के मौके पर लाखों श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इस बार, रामपथ पर श्रद्धालुओं पर ड्रोन से सरयू नदी का पवित्र जल डाला जाएगा, जिससे वे इस दिव्य अवसर का अनुभव कर सकेंगे। इसके साथ ही, गर्मी से बचने के लिए भी व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
श्रद्धालुओं पर ड्रोन से बरसेगा सरयू जल
जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने शुक्रवार को जानकारी दी कि रामनवमी के दिन श्रद्धालुओं को विशेष आशीर्वाद देने के लिए ड्रोन से सरयू के पवित्र जल की फुहारें डाली जाएंगी। यह एक अनोखी पहल है, जो श्रद्धालुओं को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करेगा। श्रद्धालु रामपथ पर चलते हुए पवित्र जल से अभिषेक का अनुभव करेंगे, जो इस धार्मिक अवसर को और भी भव्य बनाएगा।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों और धार्मिक आयोजन
रामनवमी के अवसर पर विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा। रामनगरी में सोहर और भजन के साथ श्रीराम के भव्य गीत गूंजेंगे। यह वातावरण को पूरी तरह से धार्मिक और आध्यात्मिक रूप से भरा हुआ बनाएगा। इसके साथ ही राम मंदिर में दर्शन के लिए भी सुगम व्यवस्था की जाएगी, ताकि श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के भगवान श्रीराम के दर्शन कर सकें।
गर्मी से बचाव के लिए विशेष इंतजाम
चूंकि रामनवमी के समय मौसम काफी गर्म होता है, इसलिए जिला प्रशासन ने गर्मी से बचाव के लिए कई महत्वपूर्ण इंतजाम किए हैं।
शेड और टेंट की व्यवस्था : राम जन्मभूमि पथ पर श्रद्धालुओं के लिए शेड की व्यवस्था की जाएगी, ताकि वे धूप से बच सकें। इसके अलावा, हनुमानगढ़ी जाने वाले मार्ग पर पेयजल की व्यवस्था और पैदल श्रद्धालुओं के लिए मैटिंग बिछाई जाएगी, जिससे उनके पांव जलने से बच सकें।
शामियाना और टेंट : श्रद्धालुओं को धूप से बचाने के लिए शामियाना और टेंट भी लगाए जाएंगे, ताकि वे आराम से धार्मिक अनुष्ठान कर सकें और यात्रा के दौरान शारीरिक कष्ट से बच सकें।
सरयू नदी में स्नान के लिए व्यवस्था
रामनवमी के दिन श्रद्धालु सरयू नदी में स्नान करने आते हैं। इस दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा से बचने के लिए प्रशासन ने आवश्यक इंतजाम किए हैं। नदी में स्नान करने के लिए सुरक्षित मार्ग बनाए गए हैं और साथ ही स्नान के दौरान किसी भी प्रकार की भीड़-भाड़ से बचने के लिए व्यवस्थाएं की जा रही हैं।