
यूपी में बढ़ेगा तापमान
नई दिल्ली । भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने हाल ही में अपनी मौसम रिपोर्ट में चेतावनी दी है कि उत्तर भारत के कई राज्यों, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश में तापमान में वृद्धि होगी। 28 मार्च 2025 को, कई मैदानी इलाकों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार जाने की संभावना है। दिल्ली और उत्तर प्रदेश के निवासियों को भीषण गर्मी का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए, क्योंकि मौसम में बदलाव हो रहा है।
दिल्ली और उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी
दिल्ली में कल तापमान में वृद्धि की उम्मीद है, साथ ही तेज़ हवाएँ भी चलेंगी। इस दौरान तेज़ धूप से लोगों के लिए गर्मी का सामना करना मुश्किल हो जाएगा। IMD का कहना है कि तेज़ हवाएँ ‘हीटवेव’ में बदल सकती हैं, जिससे निवासियों की मुश्किलें बढ़ जाएंगी।
उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों जैसे गोरखपुर, बलिया, आज़मगढ़, मऊ, बस्ती, देवरिया, गाजीपुर, गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ और मुरादाबाद में भी ‘हीटवेव’ का प्रकोप देखने को मिलेगा। इन इलाकों में तापमान बढ़ने के साथ-साथ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ भी उत्पन्न हो सकती हैं।
उत्तराखंड में बारिश की संभावना
जबकि उत्तर प्रदेश और दिल्ली में गर्मी का प्रकोप हो रहा है, उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में हल्की बारिश की संभावना है। रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, गंगोत्री, अल्मोड़ा, नैनीताल और केदारनाथ जैसे इलाकों में बारिश से मौसम में बदलाव आ सकता है।
इस बारिश के कारण मैदानी इलाकों में ठंडी हवाएँ चलने की संभावना है, जो गर्मी से राहत दिला सकती हैं। पहाड़ी क्षेत्रों में होने वाली बारिश न केवल स्थानीय निवासियों के लिए राहत का कारण बनेगी, बल्कि इससे जलस्तर में भी सुधार होगा, जो कृषि के लिए लाभकारी हो सकता है।
हरियाणा में भीषण गर्मी
हरियाणा भी इस बढ़ते तापमान से प्रभावित होगा। 28 मार्च को यहाँ भीषण गर्मी पड़ने की संभावना है। हिसार, रोहतक, फरीदाबाद, गुरुग्राम, कैथल, उकलाना, सिरसा, जींद, कलायत और जुलाना जैसे शहरों में चिलचिलाती धूप के चलते कृषि क्षेत्र पर असर पड़ सकता है। पिछले वर्षों की तुलना में खेतों में सूखापन रहने की संभावना है, जो किसानों के लिए चिंता का विषय है।
स्वास्थ्य पर असर
हीटवेव के दौरान स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ बढ़ सकती हैं, जैसे हीट स्ट्रोक, निर्जलीकरण और अन्य स्वास्थ्य संबंधी रोग। इसलिए, निवासियों को सलाह दी जाती है कि वे धूप में बाहर जाने से बचें, अधिक पानी पिएं, और जरूरत पड़ने पर अपने स्वास्थ्य की निगरानी करें।
निष्कर्ष
इस साल गर्मी का प्रकोप उत्तर प्रदेश और अन्य उत्तर भारतीय राज्यों में अधिकतम हो सकता है। IMD की चेतावनी के अनुसार, लोगों को अत्यधिक गर्मी के लिए तैयार रहना चाहिए और सावधानी बरतनी चाहिए। मौसम में बदलाव और बारिश की संभावनाएँ कहीं न कहीं राहत का एक संकेत हैं, लेकिन गर्मी का सामना करने के लिए उचित उपाय भी आवश्यक हैं।
इस गर्मी में अपना और अपने परिवार का ध्यान रखें और मौसम के अनुसार तैयार रहें।