
वक्फ संशोधन बिल पास: जुमे की नमाज को लेकर बढ़ी सुरक्षा, सीतापुर में 250 लोग पाबंद
लखनऊ [टुडे टीवी इंडिया नेटवर्क]। हाल ही में लोकसभा और राज्यसभा में वक्फ संशोधन बिल को पास कर दिया गया है, जिसके बाद उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है। इस बिल को पास होने के बाद, जुमे की नमाज को लेकर विशेष सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं, जिनमें लखनऊ में ड्रोन से निगरानी, और सीतापुर में 250 लोगों को पाबंद करने जैसी कार्रवाई शामिल है।
वक्फ संशोधन बिल को संसद में मंजूरी
वक्फ संशोधन बिल को संसद में दोनों सदनों से मंजूरी मिल चुकी है और अब यह कानून बनने के लिए राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा। केंद्र सरकार के अनुसार, यह बिल मुस्लिम समुदाय के हित में है और इसके जरिए वक्फ संपत्तियों के रखरखाव में पारदर्शिता लाई जाएगी। केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने इस बिल का समर्थन करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य वक्फ संपत्तियों की देखभाल करना और इसमें पारदर्शिता लाना है।
वहीं, इस बिल के खिलाफ कुछ समाज के हिस्सों से विरोध भी सामने आ रहा है। इन विरोधों के बीच सरकार ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
जुमे की नमाज के लिए सुरक्षा व्यवस्था
वक्फ संशोधन बिल के पास होने के बाद, प्रदेश में जुमे की नमाज के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है। लखनऊ में सुरक्षा के लिए कड़ी निगरानी रखी जा रही है, जिसमें ड्रोन से पूरे क्षेत्र की निगरानी की जा रही है। पुराने लखनऊ और बड़ा इमामबाड़ा जैसी जगहों पर नमाज अदा की गई।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रदेश के पुलिस प्रमुख बब्लू कुमार ने बताया कि शांति बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि ईद के समय जैसी सुरक्षा व्यवस्था बनाई गई थी, ठीक उसी तरीके से जुमे की नमाज के लिए भी इंतजाम किए गए हैं।
लखनऊ में इस समय 10 कंपनियां पीएसी (प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी) और 1 कंपनी आरएएफ (आरक्षित अर्धसैनिक बल) तैनात की गई है। इसके अलावा संवेदनशील स्थानों पर पुलिस और प्रशासन की अतिरिक्त तैनाती की गई है, जिससे किसी भी प्रकार की गड़बड़ी से बचा जा सके।
सीतापुर में 250 लोगों को पाबंद किया गया
सीतापुर जिले में सुरक्षा की स्थिति को ध्यान में रखते हुए 250 लोगों को पाबंद किया गया है। यह कदम ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ उठाया गया है जो सार्वजनिक शांति को प्रभावित कर सकते थे। प्रशासन का मानना है कि इस तरह की कार्रवाइयों से किसी भी प्रकार की अव्यवस्था को रोका जा सकेगा।
वक्फ संशोधन बिल और उसका विरोध
वक्फ संशोधन बिल को लेकर विभिन्न पक्षों से विरोध भी सामने आ रहा है। हालांकि, सरकार का कहना है कि इस बिल का उद्देश्य मुस्लिम समाज की भलाई के लिए है और इसका प्रभाव सकारात्मक होगा। केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि इस बिल को लेकर जो भ्रम फैलाया जा रहा है, वह गलत है। उन्होंने यह भी बताया कि इस बिल से जुड़ी संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) में 31 सदस्य हैं, जबकि 2013 में बनी जेपीसी में केवल 13 सदस्य थे।